उपभोक्ता कौन है?
वह कोई भी व्यक्ति जो वस्तुओं और सेवाओं का उपयोग करने के लिए खरीदता है तथा उसका उपभोग करता है, उसे उपभोक्ता कहते हैं।
उपयोगिता से क्या अभिप्राय है?
उपयोगिता का अभिप्राय किसी वस्तु के उपभोग से प्राप्त होने वाले से संतुष्टि से है।
उपयोगिता को कैसे माप जाता है?
उपयोगिता को दो तरीकों से माप जाता है।
- उपयोगिता के गणनावाचक माप
- उपयोगिता के क्रमवाचक माप
उपयोगिता के गणनावाचक माप क्या है?
उपयोगिता के गणनावाचक माप का अर्थ है की उपयोगिता को गणनावाचक संख्याओं में अथवा इकाइयों; जैसे-1,2,3 के रूप में माप जा सकता है।
यदि कोई व्यक्ति 4 सेब खाता है और प्रत्येक सेब खाने से उसे निम्नलिखित संतुष्टि मिलता है:
- पहले सेब से 10 यूटिल्स
- दूसरे सेब से 8 यूटिल्स
- तीसरे सेब से 6 यूटिल्स
- और 4 सेब से 4 यूटिल्स
- तो संपूर्ण उपयोगिता 28 यूटिल्स की प्राप्ति होती है।
उपयोगिता के क्रमवाचक माप क्या है?
कर्मवाचक माप का अर्थ है की उपयोगिता को केवल संतुष्टि के स्तर के अनुसार कर्म के रूप में दिया जा सकता है इसे 1,2,3 जैसी इकाइयों के रूप में प्रकट नहीं किया जा सकता है।
उदाहरण:
मान लो कि आपके पास तीन फल है,
- सेब
- केला
- संतरा
अगर वह काहे:
- मुझे लड्डू सबसे ज्यादा पसंद है ।
- फिर जलेबी
- और सबसे कम रसगुल्ला।
तो इसका मतलब है:
लड्डू> जलेबी> रसगुल्ला
उपयोगिता के तीन प्रकार होते हैं
- कुल उपयोगिता
- सीमांत उपयोगिता
- औसत उपयोगिता
कुल उपयोगिता क्या है?
यह एक वस्तु की सभी इकाइयों का उपभोग करने से प्राप्त होने वाली उपयोगिता का कुल जोड़ है।
कुल उपयोगिता का उदाहरण:
मान लीजिए एक व्यक्ति चॉकलेट खा रहा है
- पहले चॉकलेट खाने पर उसे 10 यूटिल्स संतुष्टि मिलता है
- दूसरी चॉकलेट खाने पर उसे 8 यूटिल्स संतुष्टि मिलता है
- तीसरी चॉकलेट खाने पर उसे 6 यूटिल्स संतुष्टि मिलता है
अब कुल उपयोगिता 24 यूटिल्स है
सीमांत उपयोगिता क्या है?
किसी वस्तु एक की एक अधिक इकाई का उपभोग करने से प्राप्त होने वाली अतिरिक्त उपयोगिता है
उदाहरण:
यदि कोई व्यक्ति किसी वस्तु की 10 इकाइयों के उपभोग से 100 यूटिल्स संतुष्टि प्राप्त होती है तथा 11वीं इकाईयों के उपभोग से 105 यूटिल्स संतुष्टि प्राप्त होती है। तो वस्तु की 11वीं इकाईयों का उपभोग करने से प्राप्त होने वाली अतिरिक्त उपयोगिता=105 यूटिल्स-100 यूटिल्स=5 यूटिल्स
औसत उपयोगिता क्या है?
कुल उपयोगिता को वस्तु की विभिन्न इकाइयों से भाग देने पर जो भागफल आता है उसे औसत उपयोगिता कहते है
उदाहरण:
मान लीजिए कि एक व्यक्ति चॉकलेट खाता है और उसे प्राप्त उपयोगिता इस प्रकार है:
- पहले चॉकलेट खाने पर उपयोगिता 20 यूटिल्स
- दूसरी चॉकलेट खाने पर उपयोगिता 15 यूटिल्स
- तीसरी चॉकलेट खाने पर उपयोगिता 10 यूटिल्स
- AU=TU/Q
मात्रा | TU | MU |
---|---|---|
0 | 0 | 0 |
1 | 8 | 8 |
2 | 14 | 6 |
3 | 18 | 4 |
4 | 20 | 2 |
5 | 20 | 0 |
6 | 18 | -2 |
- कुल उपयोगिता=सीमांत उपयोगिता का जोड़
- जब तक सीमांत उपयोगिता घणात्मक है कुल उपयोगिता बढ़ती जाती है
- जब सीमांत उपयोगिता शून्य होती है तब कुल उपयोगिता अधिकतम होती है
- जब सीमांत उपयोगिता ऋणात्मक होता है, तब कुल उपयोगिता घटना शुरू हो जाती है
उपभोक्ता संतुलन क्या है?
- एक वस्तु की स्थिति में उपभोक्ता संतुलन
- दो या दो से अधिक स्थिति में उपभोक्ता संतुलन
मान्यताएं
- विवेकशील उपभोक्ता
- गणनावाचक उपयोगिता
- मुद्रा की सीमांत उपयोगिता स्थिर है
- ह्रासमान सीमांत उपयोगिता का नियम लागू होता है।
- वस्तुओं की कीमत दी हुई है
विवेकशील उपभोक्ता क्या है?
विवेकशील उपभोक्ता (Rational Consumer) वह होता है जो अपने संसाधनों (पैसा, समय और ऊर्जा) का समझदारी और सोच-समझ कर उपयोग करता है। विवेकशील उपभोक्ता अपने फैसले ऐसे लेता है जो उसकी ज़रूरतों को पूरा करें और उसकी संतुष्टि को अधिकतम करें, बिना अनावश्यक खर्च और जोखिम उठाए।एक वस्तु की स्थिति में उपभोक्ता संतुलन
उपभोक्ता की खरीदारी निम्न तत्व तत्वों पर निर्भर करती है
- वस्तु की कीमत(P)
- वस्तु की सीमांत उपयोगिता(MUx)
- मुद्रा की सीमांत उपयोगिता(MUm)
$$\frac{M_{Um}}{M_{Ux}} = P_x$$
वास्तु X की इकाइयां (Qx) | वास्तु X की कीमत (Px) | सीमांत उपयोगिता MUx (Utils) | मुद्रा की सीमांत उपयोगिता MUm | MUx / MUm |
---|---|---|---|---|
1 | 5 | 28 | 4 | 7 |
2 | 5 | 24 | 4 | 6 |
3 | 5 | 20 | 4 | 5 |
4 | 5 | 16 | 4 | 4 |
5 | 5 | 12 | 4 | 3 |
6 | 5 | 8 | 4 | 2 |
$$\frac{M_{Um}}{M_{Ux}} ≠ P_x$$ होने पर दो स्थितियाँ उत्पन्न होती हैं:
Case 1: जब $$\frac{M_{Um}}{M_{Ux}} > P_x$$
यह स्थिति उपभोक्ता को वस्तु x की अधिक मात्रा खरीदने के लिए प्रेरित करता है हासमान सीमान्त उपयोगिता के नियम के अनुसार, जैसे जैसे वस्तु x का उपभोग बढेगा, MU, गिरेगा। उपभोक्ता तब तक वस्तु x की अधिक इकाइयों का उपभोग करता रहेगा जब तक $$\frac{M_{Um}}{M_{Ux}} = P_x$$ हो जाएगाCase 2: जब $$\frac{M_{Um}}{M_{Ux}} < P_x$$
यह स्थिति उपभोक्ता को वस्तु x की कम मात्रा खरीदने के लिए प्रेरित करती है । हासमान सीमान्त उपयोगिता के नियम के अनुसार, जैसे जैसे वस्तु x का उपभोग घटेगा, MU, बढेगा। उपभोक्ता तब तक वस्तु X का उपभोग तब तक घटाता रहेगा जब तक $$\frac{M_{Um}}{M_{Ux}} = P_x$$ हो जाएगादो या दो से अधिक स्थिति में उपभोक्ता संतुलन
उपभोक्ता की खरीदारी निम्न तत्वों पर निर्भर करती है
- वस्तु की कीमत(Pxऔर Py)
- वस्तु की सीमांत उपयोगिता(MUxऔर MUy) mm
- मुद्रा की सीमांत उपयोगिता(MUm)
दो दो या दो से अधिक वस्तुओं की संतुलन में शर्तें
$$\frac{M_{Ux}}{P_{x}} = \frac{M_{Uy}}{P_{y}}$$
वास्तु X की इकाइयां (Qx) | MUx | MUx / Px | MUx / Py |
---|---|---|---|
1 | 55 | 11 | 9.6 |
2 | 50 | 10 | 8 |
3 | 45 | 9 | 7.6 |
4 | 40 | 8 | 6 |
5 | 35 | 7 | 5 |
6 | 30 | 6 | 4 |
7 | 25 | 5 | 3.6 |
कौन सी बिंदु संतुलन बिंदु है?
पहली स्थिति में 4*5+2*5=20+10=30
दूसरी स्थिति में 6*5+4*5=30+20=50
तीसरी स्थिति में 7*5+5*5=60
अतः उपभोक्ता वस्तु x ही 6 इकाइयों का और वास्तु y की 4 इकाइयों का उपभोग करके अधिकतम संतुष्टि प्राप्त करेगा।
यदि उपभोक्ता-
$$\frac{M_{Ux}}{P_{x}} \neq \frac{M_{Uy}}{P_{y}}$$
होने पर दो स्थितियाँ उत्पन्न होती हैं:
Case.1 $$\frac{M_{Ux}}{P_{x}} > \frac{M_{Uy}}{P_{y}}$$
Case.1 $$\frac{M_{Ux}}{P_{x}} < \frac{M_{Uy}}{P_{y}}$$